लोककथा संग्रह

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लोककथ़ाएँ महादे-पारवती: हरियाणवी लोक-कथा एक बर की बात सै। पारबती महादे तैं बोल्ली – महाराज, धरती पै लोग्गाँ का क्यूकर गुजारा हो रह्या सै? मनै दिखा कै ल्याओ। महादे बोल्ले- पारबती, ...

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